आपको बता दे कि ज्यादातर लोगों को कम नींद आने की समस्या होतो है और कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ज्यादा नींद आने के कारण परेशान रहते हैं. एक व्यक्ति को सामान्य तौर पर 8 घण्टे से ज्यादा की नींद नहीं लेनी चाहिए, 8 घण्टे से ज्यादा सोने वालो में सुस्ती की समस्या देखी जाती है. इसके कारण याद्दाश्त भी कमजोर होने लगती है. शरीर में हमेशा भारीपन और कमजोरी रहती है.
आज हम आपको बता दे कि अगर आप ज्यादा नींद आने की समस्या से परेशान रहते हैं तो इन बातों को ध्यान में जरूर रखें जैसे आप जब भी सोने जाए तो सोने से पहले अपनी अलार्म घड़ी या मोबाइल में एक टोन सेट करें. इस अर्लाम टोन की आवाज ऐसी होनी चाहिए जो सोते समय आपके कानों तक पहुंचे. यह आपकी ज्यादा सोने की आदत को छोड़ने में मदद कर सकता है. ऐसा करने से आप बिस्तर छोड़ने पर मजबूर हो जाएं.
ध्यान रखें की अपने सोने का एक समय तय करें. एक बार जब आपको इसकी आदत हो जाएगी तो उस समय पर बिस्तर पर जाते ही आपको नींद आने लगेगी और समय पर उठने की आदत बना पाएंगे. कई बार ज्यादा सोने की आदत के पीछे कोई समस्या भी हो सकती है. अगर इनसे कोई फायदा आपको महसूस नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से संपंर्क जरूर करें. हो सकता है कि आपका डॉक्टर इस समस्या से निजात दिलाने में आपकी मदद कर सके.
आज हम आपको बता दे कि अगर आप ज्यादा नींद आने की समस्या से परेशान रहते हैं तो इन बातों को ध्यान में जरूर रखें जैसे आप जब भी सोने जाए तो सोने से पहले अपनी अलार्म घड़ी या मोबाइल में एक टोन सेट करें. इस अर्लाम टोन की आवाज ऐसी होनी चाहिए जो सोते समय आपके कानों तक पहुंचे. यह आपकी ज्यादा सोने की आदत को छोड़ने में मदद कर सकता है. ऐसा करने से आप बिस्तर छोड़ने पर मजबूर हो जाएं.
ध्यान रखें की अपने सोने का एक समय तय करें. एक बार जब आपको इसकी आदत हो जाएगी तो उस समय पर बिस्तर पर जाते ही आपको नींद आने लगेगी और समय पर उठने की आदत बना पाएंगे. कई बार ज्यादा सोने की आदत के पीछे कोई समस्या भी हो सकती है. अगर इनसे कोई फायदा आपको महसूस नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से संपंर्क जरूर करें. हो सकता है कि आपका डॉक्टर इस समस्या से निजात दिलाने में आपकी मदद कर सके.
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